Bachelor of Arts (BA) Part 1 Music syllabus and course input details have been confirmed by Dr. Ram Manohar Lohia Avadh University, Ayodhya.
१. शुद्ध छायालग एवं संकीर्ण राग।
२. गीत, गांधर्व, गान, देशी संगीत, मार्ग संगीत।
३. निम्न रागों का पूर्ण परिचय, विशेषताओं सहित एवं उनका तुलनात्मक अध्ययन।
विस्तृत राग - राग जयजयवंती, राग गौड़ सारंग, राग बागेश्री, राग छायानट।
गौण राग - राग देशकार, राग कामोद, राग बहार, राग सोहनी, राग पूरिया, राग रामकली।
४. उपयुर्क्त रागों को स्वर समूहों द्वारा पहचानने की क्षमता, रागों की स्वरलिपि एवं ध्रुपद, धमार एवं तराना की स्वरलिपि कंठस्थ कर लिखने की क्षमता तथा ध्रुपद, धमार की स्वरलिपि लयकारी सहित लिखने की क्षमता।
५. निम्न तालों का ठेका लयकारी सहित लिखने की क्षमता, हाथ से थाली लगाने का ज्ञान एवं तालों को, बोल द्वारा पहचानने की क्षमता - तीनताल, झप ताल, तिलवाड़ा, एक ताल, चार ताल, आड़ा चार ताल, धमार ताल एवं दादरा ताल।
६. पारिभाषिक शब्द - वादी, संवादी, अनुवादी, विवादी, पूर्वांग, उत्तरांग, न्यास, अल्पत्व, बहुत्व तिरोभाव, आविर्भाव, स्थाई, अंतरा।
गायन शैलियाँ - ख्याल, ध्रुपद, धमार, तराना।
१. परीक्षार्थी को निम्नलिखित रागों में से प्रत्येक में, एक-मध्य लय या द्रुत लय का ख्याल तथा विस्तृत अध्ययन वाले चरों रगों - राग छायानट, गौड़ सारंग, बागेश्री तथा जयजयवंती में एक-एक विलम्बित ख्याल तथा द्रुत ख्याल सीखना अनिवार्य है।
गौण राग - राग देशकार, सोहनी, पूरिया, कामोद, बहार, रामकली। उक्त रागों में से एक ध्रुपद, एक धमार व एक तराना तथा किसी एक राग में भजन या ठुमरी सीखना होगा।
२. परीक्षार्थी को निम्न तालों का सामान्य ज्ञान होना चाहिए - तीन ताल, तिलवाड़ा, चौतातल आड़ा चार ताल, झपताल, एक ताल, धमार तथा दादरा।
Download RMLAU BA Music 1st year syllabus here in PDF: http://rmlau.ac.in/pdf/julmus11.pdf
प्रथम प्रश्न पत्र (संगीत शास्त्र गायन एवं तबलावादन) of Avadh University BA Music Part 1 Syllabus: |
- १. भारतखण्डे पद्धति तथा विष्णु दिगंबर स्वरलिपि पद्धति का विस्तृत अध्धयन।
- २. हिंदुस्तानी तथा कर्नाटकी ताल एवं स्वर पद्धतियों में अंतर।
- ३. भारतीय संगीत में प्राचीन, मध्य एवं आधुनिक विद्वानों का योगदान।
- ४. धुन और संवाद (Harmony - Melody)
- ५. राग वर्गीकरण, रागांग पद्धति, राग-रागिनी वर्गीकरण, भरत मत, शिवमत, अनुमत मत, कल्लिनाद मत।
- ६. पंo श्री निवास के अनुसार वीणा के तारों पर स्वरों की स्थापना।
- ७. अपने वाद्य की संरचना एवं मिलाने की विधि।
- ८. भारतीय संगीत के पूर्व विद्वानों का जीवन परिचय एवं संगीत में योगदान। भरत मुनि, शारंगदेव, विष्णु दिगंबर पलुस्कर, ओंकारनाथ ठाकुर।
- ९. संगीत से संबंधित सामान्य रुचि के विषयों पर संक्षिप्त निबंध।
- १०. संगीत, श्रुति, स्वर, सप्तक, थाट, नाद, ध्वनि, राग, लय इत्यादि का अध्ययन।
द्वितीय प्रश्न पत्र (राग तथा ताल आदि का अध्ययन) of Faizabad University BA Music Part 1 Syllabus: |
१. शुद्ध छायालग एवं संकीर्ण राग।
२. गीत, गांधर्व, गान, देशी संगीत, मार्ग संगीत।
३. निम्न रागों का पूर्ण परिचय, विशेषताओं सहित एवं उनका तुलनात्मक अध्ययन।
विस्तृत राग - राग जयजयवंती, राग गौड़ सारंग, राग बागेश्री, राग छायानट।
गौण राग - राग देशकार, राग कामोद, राग बहार, राग सोहनी, राग पूरिया, राग रामकली।
४. उपयुर्क्त रागों को स्वर समूहों द्वारा पहचानने की क्षमता, रागों की स्वरलिपि एवं ध्रुपद, धमार एवं तराना की स्वरलिपि कंठस्थ कर लिखने की क्षमता तथा ध्रुपद, धमार की स्वरलिपि लयकारी सहित लिखने की क्षमता।
५. निम्न तालों का ठेका लयकारी सहित लिखने की क्षमता, हाथ से थाली लगाने का ज्ञान एवं तालों को, बोल द्वारा पहचानने की क्षमता - तीनताल, झप ताल, तिलवाड़ा, एक ताल, चार ताल, आड़ा चार ताल, धमार ताल एवं दादरा ताल।
६. पारिभाषिक शब्द - वादी, संवादी, अनुवादी, विवादी, पूर्वांग, उत्तरांग, न्यास, अल्पत्व, बहुत्व तिरोभाव, आविर्भाव, स्थाई, अंतरा।
गायन शैलियाँ - ख्याल, ध्रुपद, धमार, तराना।
क्रियात्मक संगीत गायन of RMLAU Faizabad BA Music Part 1 Syllabus: |
१. परीक्षार्थी को निम्नलिखित रागों में से प्रत्येक में, एक-मध्य लय या द्रुत लय का ख्याल तथा विस्तृत अध्ययन वाले चरों रगों - राग छायानट, गौड़ सारंग, बागेश्री तथा जयजयवंती में एक-एक विलम्बित ख्याल तथा द्रुत ख्याल सीखना अनिवार्य है।
गौण राग - राग देशकार, सोहनी, पूरिया, कामोद, बहार, रामकली। उक्त रागों में से एक ध्रुपद, एक धमार व एक तराना तथा किसी एक राग में भजन या ठुमरी सीखना होगा।
२. परीक्षार्थी को निम्न तालों का सामान्य ज्ञान होना चाहिए - तीन ताल, तिलवाड़ा, चौतातल आड़ा चार ताल, झपताल, एक ताल, धमार तथा दादरा।
Name of the Paper | Subjects | Maximum Marks |
---|---|---|
प्रथम प्रश्न पत्र | (संगीत शास्त्र गायन एवं तबलावादन) | 50 |
द्वितीय प्रश्न पत्र | राग तथा ताल आदि का अध्ययन | 50 |
क्रियात्मक संगीत गायन | 100 |
Download RMLAU BA Music 1st year syllabus here in PDF: http://rmlau.ac.in/pdf/julmus11.pdf
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